*🌹लिवर खराब होने के कारण🌹*
1-शराब या अन्य नशीले पदार्थों का अधिक समय तक और अधिक मात्रा में उपयोग यकृत (लीवर) की बीमारी का कारण बनता है।शराब लीवर को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाती है।
2-कुछ अंग्रेजी दवाओं के अधिक मात्रा में सेवन के कारण लीवर को क्षति पहुंच सकती है। जैसे पेरासिटामोल का अधिक उपयोग तथा कैंसर के उपचार में काम आने वाली कुछ दवाओं के कारण यकृत (लीवर) प्रभावित हो सकता है।
3-लीवर कई बार किसी वायरस, आनुवांशिक रोग, पुराना मलेरिया, ज्वर, अधिक मीठे , अधिक तले भुने पदार्थो का सेवन, दूषित,बासी खान पान, कब्ज आदि से लिवर के खराब हो जाता है ।
4-कई बार बुखार ठीक होने के बाद भी लिवर खराब रहता है या कठोर और पहले से बड़ा हो जाता हैं। इस रोग के घातक रूप ले लेने से लिवर सिरोसिस हो सकता है।
🌹लिवर खराब की पहचान और लक्षण :
लीवर खराब होने के प्रमुख लक्षण, जिन्हें लीवर खराब होने की स्थिति में जानकर तुरंत इलाज किया जा सकता है | कुछ सामान्य लक्षण –
1- पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में दर्द का होना |
2- पेट पर सूजन आने से पेट बाहर की ओर निकल जाना लीवर सिरोसिस रोग का संकेत हो सकता है |
3- इस रोग में जीभ मैली हो जाती है और मुख का स्वाद खराब हो जाता है।
4-इस रोग में आलस, सिर दर्द, काला दस्त, दस्त में आंव आना, कब्ज बनना व जी मिचलाना जैसे लक्षण प्रगट हो सकते है |
5-दाईं कोख में पसली के नीचे बोझ और भरीपन का महसूस होना आदि लक्षण दिखाई देते हैं।
6-लीवर खराब होने पर रक्त में पित्त वर्णक बिलीरूबिन का स्तर बढ़ जाता है जिसके कारण मूत्र का रंग गहरा पीला हो जाता है |
🌹लिवर खराब होने पर क्या खाना चाहिए :
⚫ताजे फल और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन ।
⚫अधिक मात्रा में पानी पिए ।
⚫ लीवर के रोगों में पालक और चकुंदर का जूस पीना लाभकारी है ।
⚫याद रखें लीवर के रोगों में मरीज का खाना हल्का और आसानी से पचने वाला होना चाहिए ।
🌹लिवर खराब होने पर क्या नहीं खाना चाहिए :
⚪ शराब, ,चाय, काफी, जंक फूड आदि से परहेज करें ।
⚪ एंटीबायोटिक दवाईयों का अधिक मात्रा में सेवन न करें ।
⚪ सफेद डबलरोटी, बर्गर, जंक फूड और मैदा से बने भोजन ना खाएं |
⚪अत्यधिक तले हुए भोजन से परहेज करें ।
⚪पास्ता, चाय, मैगी, चौमीन, कॉफी, तंबाकू, मांस खासकर रेड मीट और मिठाइयां न खाएं-पिएं।
🌹लिवर खराब होने पर उपचार :
1. अदरक के 1 ग्राम बारीक चूर्ण को पानी के साथ सुबह-शाम लेने से जिगर की बिमारी में आराम मिलता है।
2.1-1 गिलास छाछ दिन में 2-3 बार पीने से जिगर का रोग ठीक होता है।
3.12 ग्राम देशी अजवायन को 125 ग्राम पानी के साथ मिट्टी के बर्तन में रात को भिगो दें। सुबह इसी पानी को निथार कर पीने से 7 दिनों तक जिगर में खून की कमी दूर हो जाती है
4.पीपल का 5 ग्राम चूर्ण सुबह-शाम लेने से जिगर की बिमारी से राहत मिलती है।
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